स्वतंत्र निवेशकों के लिए भारतीय शेयर बाजार में जोखिम चेतावनी और समाधान

स्वतंत्र निवेशकों के लिए भारतीय शेयर बाजार में जोखिम चेतावनी और समाधान

1. भारतीय शेयर बाजार में निवेश के लिए आवश्यक सतर्कतास्वतंत्र निवेशकों के लिए भारतीय शेयर बाजार में प्रवेश करना एक रोमांचक लेकिन चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया हो सकती है। भारतीय वित्तीय माहौल…
भारतीय शेयर बाजार में वैल्यू इन्वेस्टिंग के प्रसिद्ध निवेशक और उनकी रणनीतियाँ

भारतीय शेयर बाजार में वैल्यू इन्वेस्टिंग के प्रसिद्ध निवेशक और उनकी रणनीतियाँ

1. भारतीय शेयर बाजार में वैल्यू इन्वेस्टिंग का महत्वभारतीय शेयर बाजार में वैल्यू इन्वेस्टिंग की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। जब निवेशक दीर्घकालिक और स्थिर रिटर्न प्राप्त करना चाहते हैं, तो…
साइकोलॉजिकल लेवल्स: 52-हफ्ते की हाई-लो के आसपास तकनीकी गतिविधि

साइकोलॉजिकल लेवल्स: 52-हफ्ते की हाई-लो के आसपास तकनीकी गतिविधि

1. साइकोलॉजिकल लेवल्स के मायने भारतीय शेयर बाजार मेंजानिए कि साइकोलॉजिकल लेवल्स क्या हैं और भारतीय निवेशकों के लिए ये कितने महत्वपूर्ण हैं। जब हम भारतीय शेयर बाजार की बात…
आईपीओ और FPO में अंतर: निवेश के नजरिए से विश्लेषण

आईपीओ और FPO में अंतर: निवेश के नजरिए से विश्लेषण

1. आईपीओ और एफपीओ की बुनियादी समझआईपीओ (प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश) क्या है?जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर आम जनता को बेचती है, तो इसे आईपीओ यानी प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश…
गैप्स और उनका महत्व: भारतीय बाजार में गैप अप और गैप डाउन ट्रेडिंग

गैप्स और उनका महत्व: भारतीय बाजार में गैप अप और गैप डाउन ट्रेडिंग

गैप्स क्या हैं और वे कैसे बनते हैंभारतीय शेयर बाजार में "गैप्स" एक बहुत ही सामान्य लेकिन महत्वपूर्ण अवधारणा है। जब बाजार खुलता है और किसी स्टॉक की शुरुआती कीमत…
ट्रेंड लाइन और चैनल की चित्रण और व्यावहारिक उपयोग

ट्रेंड लाइन और चैनल की चित्रण और व्यावहारिक उपयोग

1. परिचय: ट्रेंड लाइन और चैनल का महत्त्वभारतीय वित्तीय बाजारों में निवेश करने वाले आम निवेशकों के लिए ट्रेंड लाइन और चैनल समझना बेहद जरूरी है। ये दोनों टूल्स न…
सपोर्ट और रेसिस्टेंस लेवल की पहचान और उपयोग

सपोर्ट और रेसिस्टेंस लेवल की पहचान और उपयोग

1. सपोर्ट और रेसिस्टेंस क्या है: बुनियादी समझभारतीय शेयर बाजार या कमोडिटी मार्केट में निवेश करने वाले अधिकांश लोग सपोर्ट (Support) और रेसिस्टेंस (Resistance) जैसे शब्दों से जरूर परिचित होंगे।…
भारत में ब्लू चिप कंपनियाँ: इतिहास और प्रदर्शन

भारत में ब्लू चिप कंपनियाँ: इतिहास और प्रदर्शन

1. ब्लू चिप कंपनियाँ क्या हैं?भारत में ब्लू चिप कंपनियों की परिभाषाब्लू चिप कंपनियाँ वे प्रतिष्ठित कंपनियाँ होती हैं, जो अपने मजबूत वित्तीय प्रदर्शन, विश्वसनीयता और लंबे समय से स्थिर…
मिड और स्मॉल कैप स्टॉक्स की वोलैटिलिटी को कैसे हैंडल करें?

मिड और स्मॉल कैप स्टॉक्स की वोलैटिलिटी को कैसे हैंडल करें?

1. मिड और स्मॉल कैप स्टॉक्स में वोलैटिलिटी का अर्थ और वजहेंमिड और स्मॉल कैप स्टॉक्स की विशेषताएंभारत में शेयर बाजार निवेशकों के बीच मिड और स्मॉल कैप स्टॉक्स काफी…
आईपीओ के लिए रजिस्टर कैसे करें: ऑफलाइन बनाम ऑनलाइन तरीकों की तुलना

आईपीओ के लिए रजिस्टर कैसे करें: ऑफलाइन बनाम ऑनलाइन तरीकों की तुलना

1. आईपीओ परिचय और इसका महत्त्वआईपीओ यानी Initial Public Offering, भारत के शेयर बाजार में निवेश करने का एक प्रमुख अवसर है। जब कोई निजी कंपनी पहली बार अपने शेयर…