डेट फंड्स के प्रकार: लिक्विड, अल्ट्रा शॉर्ट, इनकम, गिल्ट और डायनामिक फंड्स का तुलनात्मक विश्लेषण

डेट फंड्स के प्रकार: लिक्विड, अल्ट्रा शॉर्ट, इनकम, गिल्ट और डायनामिक फंड्स का तुलनात्मक विश्लेषण

1. डेट फंड्स क्या हैं और उनका महत्वडेट फंड्स भारतीय निवेशकों के लिए एक लोकप्रिय निवेश विकल्प बन गए हैं। ये म्यूचुअल फंड्स का ऐसा प्रकार है, जो मुख्य रूप…
नवाचार और नई परिसंपत्ति श्रेणियों से पोर्टफोलियो में विविधता कैसे लाएँ?

नवाचार और नई परिसंपत्ति श्रेणियों से पोर्टफोलियो में विविधता कैसे लाएँ?

1. भारत में विविधीकरण का महत्वभारतीय निवेशकों के लिए पोर्टफोलियो में विविधता लाना आज के समय की जरूरत बन चुकी है। नवाचार और नई परिसंपत्ति श्रेणियों जैसे डिजिटल एसेट्स, रियल…
रिटायरमेंट योजना में अंतरराष्ट्रीय म्यूचुअल फंड्स का योगदान

रिटायरमेंट योजना में अंतरराष्ट्रीय म्यूचुअल फंड्स का योगदान

1. रिटायरमेंट योजना का महत्व भारतीय सांदर्भ मेंभारत में रिटायरमेंट या सेवानिवृत्ति की योजना बनाना आज के समय में पहले से कहीं अधिक आवश्यक हो गया है। पारंपरिक तौर पर,…
सेवानिवृत्ति के लिए हाउसिंग और रियल एस्टेट निवेश की रणनीति

सेवानिवृत्ति के लिए हाउसिंग और रियल एस्टेट निवेश की रणनीति

1. सेवानिवृत्ति योजना में हाउसिंग और रियल एस्टेट का महत्वभारत में सेवानिवृत्ति केवल एक वित्तीय बदलाव नहीं है, बल्कि यह जीवन के उस चरण की शुरुआत भी है जब व्यक्ति…
म्यूचुअल फंड्स या गोल्ड: शादी के लिए पूंजी निर्माण के लिए कौन सा विकल्प श्रेष्ठ है?

म्यूचुअल फंड्स या गोल्ड: शादी के लिए पूंजी निर्माण के लिए कौन सा विकल्प श्रेष्ठ है?

1. शादी के लिए पूंजी निर्माण का महत्वभारत में शादी न केवल एक व्यक्तिगत या पारिवारिक समारोह है, बल्कि यह सामाजिक प्रतिष्ठा और पारंपरिक मूल्यों से भी जुड़ी होती है।…
कमाई, बचत और निवेश: भारतीय युवाओं के लिए उपयुक्त एसआईपी रणनीति

कमाई, बचत और निवेश: भारतीय युवाओं के लिए उपयुक्त एसआईपी रणनीति

कमाई: भारतीय युवाओं के लिए वर्तमान चुनौतियाँ और अवसरभारतीय युवाओं की कमाई के पारंपरिक स्त्रोतभारत में परंपरागत रूप से युवाओं के लिए कमाई के मुख्य स्त्रोत सरकारी नौकरी, निजी क्षेत्र…
एसआईपी बनाम लंपसम: अस्थिर शेयर बाजार में कौन सा विकल्प सुरक्षित?

एसआईपी बनाम लंपसम: अस्थिर शेयर बाजार में कौन सा विकल्प सुरक्षित?

1. एसआईपी और लंपसम निवेश का परिचयभारतीय निवेशकों के लिए शेयर बाजार में निवेश करने के दो प्रमुख तरीके हैं – एसआईपी (सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) और लंपसम निवेश। अस्थिर शेयर…
निर्माणाधीन परियोजनाओं के लिए भारतीय रियल एस्टेट मार्केट में नए रुझान

निर्माणाधीन परियोजनाओं के लिए भारतीय रियल एस्टेट मार्केट में नए रुझान

1. भारतीय रियल एस्टेट उद्योग की वर्तमान स्थितिभारत में रियल एस्टेट बाजार बीते कुछ वर्षों में तेज़ी से बढ़ा है। शहरीकरण, जनसंख्या वृद्धि और बुनियादी ढांचे में निवेश के चलते,…
इंडेक्स फंड्स बनाम एक्टिवली मैनेज्ड इक्विटी फंड्स: भारत में कौन सा चुनें?

इंडेक्स फंड्स बनाम एक्टिवली मैनेज्ड इक्विटी फंड्स: भारत में कौन सा चुनें?

इंडेक्स फंड्स और एक्टिवली मैनेज्ड इक्विटी फंड्स: मूलभूत समझजब भारत में निवेश की बात आती है, तो दो प्रमुख विकल्प सामने आते हैं — इंडेक्स फंड्स और एक्टिवली मैनेज्ड इक्विटी…
कर लाभ: सरकारी और कॉरपोरेट बॉन्ड्स में अन्तर

कर लाभ: सरकारी और कॉरपोरेट बॉन्ड्स में अन्तर

1. सरकारी बांड्स और कॉरपोरेट बांड्स की मूलभूत समझभारत में निवेश के कई विकल्प हैं, जिनमें से बांड्स एक प्रमुख साधन हैं। खासकर टैक्स लाभ के दृष्टिकोण से सरकारी बांड्स…